
Date 27 December 2011
छात्रों ने राष्ट्रगान जन गण मन की मानव श्रृंखला बनाई। गुरुदेव रवींद्र नाथ टैगोर द्वारा रचित इस राष्ट्रगान के मंगलवार को सौ साल पूरे हो जाएंगे। 27 दिसंबर, 1911 को भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के वार्षिक अधिवेशन में पहली बार इसे गाया गया था।
जन गण मन अधिनायक जय हे
भारत भाग्यविधाता
पंजाब सिन्धु गुजरात मराठा
द्राविड़ उत्कल बंगा
विन्ध्य हिमाचल यमुना गंगा
उच्छल जलधि तरंगा
तव शुभ नामे जागे
तव शुभ आशीष मांगे
गाहे तव जयगाथा
जन गण मंगलदायक जय हे
भारत भाग्यविधाता
जय हे, जय हे, जय हे
जय जय जय जय हे!